गरीब रथ ट्रेन के डिब्बो में हुआ ये बदलाव

Haryana Update : Garib रथ Expressway की सूरत बदलने वाली है। सस्ते में ही गरीबों को AC Class में सफर कराने के लिए तत्कालीन Rail मंत्री लालू प्रसाद यादव ने साल 2006 में Garib रथ Expressway की शुरुआत की थी। अब इस Train में अत्याधुनिक जर्मन टेक्नोलोजी वाले एलएचबी कोच लगाने की तैयारी हो रही है।

गरीबों को सस्ते में सफर कराने के लिए Garib रथ-
गरीबों को भी सस्ते में AC Class में सफर कराने वाली Train है Garib रथ एक्सप्रेस। Garib रथ की शुरुआत तत्कालीन Rail मंत्री लालू प्रसाद यादव ने साल 2006 में की थी। इसी Train में अब अत्याधुनिक जर्मन तकनीक वाले एलएचबी Dibbe लगाने की तैयारी है। जी हां, Rail मंत्रालय ने इसमें AC 3 इकोनॉमी कोच लगाने का फैसला किया है। एलएचबी प्लेटफार्म पर बने इन कोचों में 80 बर्थ की व्यवस्था है।

Dibbe बदलने की आवश्यकता-
Garib रथ में इस समय आईसीएफ कोच लगे हैं। स्टील से बने इन डिब्बों की उम्र करीब 20 साल होती है। Garib रथ Expressway ट्रेनों की शुरुआत साल 2006 से हुई थी। मतलब कि इन डिब्बों को बदलने का वक्त आ गया है। इसलिए रेलवे बोर्ड ने निर्णय लिया है कि Garib रथ Train में अब एलएचबी प्लेटफार्म पर बने AC 3 इकोनॉमी डिब्बों को लगाया जाए। उल्लेखनीय है कि इस समय देश भर में 26 Garib रथ ट्रेनें चल रही हैं।

पहले नौ Garib रथ के बदले जाएंगे डिब्बे-
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पहले चरण में 9 Garib रथ ट्रेनों के डिब्बों को बदले जाएंगे। रेलवे बोर्ड ने कहा है कि इसके लिए 50 AC 3 इकोनॉमी कोच पूवोत्तर रेलवे और 50 नए कोच उत्तर-पश्चिम रेलवे को मुहैया कराने के निर्दश दिए गए हैं। जैसे जैसे नए कोच मिलते जाएंगे, Garib रथ Expressway से पुराने डिब्बों की विदाई होती जाएगी।

Dibbe नए तो किराया बढ़ जाएगा?
यहां सवाल उठता है कि जब Garib रथ में नए एलएचबी कोच लगाए जाएंगे तो क्या इस Train का किराया बढ़ जाएगा। इसके जवाब में रेलवे बोर्ड के अधिकारी बताते हैं कि Garib रथ Expressway के कोच के बदलने के बाद भी पुराने दरों से ही किराया वसूला जाएगा। इस Train के किराये में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होगा।

Garib रथ के पुराने डिब्बों में होती है असुविधा-
Garib रथ Expressway के डिब्बों को जब डिजाइन किया गया था, उस समय Rail मंत्रालय का जोर किराया कम रखने पर था। इसलिए इसमें ज्यादा से ज्यादा बर्थ लगाने की कोशिश की गई थी। इसी चक्कर में साइड बर्थ में एक मिडिल बर्थ की व्यवस्था की गई थी। इस मिडिल बर्थ का यात्रियों ने खूब विरोध किया था। लेकिन अभी भी Garib रथ Expressway Train से इसे हटाया नहीं गया है। अब जब इसमें नए Dibbe लगाने की कोशिश हो रही है तो यात्रियों को साइड मिडिल बर्थ से छुटकारा मिल जाएगा।

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