5 दिन में 3% महंगा हुआ कच्चा तेल, आपके शहर में कितने का हुआ पेट्रोल?

5 दिन में 3% महंगा हुआ कच्चा तेल, आपके शहर में कितने का हुआ पेट्रोल?

कुछ दिन पहले देश में पेट्रोल और डीजल के दाम 2 रुपए प्रति लीटर कम हुए हैं. कुछ राज्यों ने अपने शहर में टैक्स में कटौती भी की है. जिसकी वजह से कीमतों में कटौती और ज्यादा देखने को मिली है. खास बात तो ये है कि इस हफ्ते कच्चे तेल के दाम में 3 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. गुरुवार को कच्चे तेल की कीमतों के दाम 85 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा हो गए थे.

आंकड़ों के अनुसार मौजूदा साल में कच्चे तेल की कीमतें 80 से 84 डॉलर प्रति बैरल के बीच देखने को मिली है. वैसे इस यूएस फेड रिजर्व के फैसलों का असर भी कच्चे तेल की कीमतों में देखने को मिल सकता है. हाल में अमेरिका में महंगाई के आंकड़ें वैसे नहीं आए हैं, जिसकी फेड को उम्मीद थी. ऐसे में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें थोड़ी कम हुई है. जिसकी वजह से शुक्रवार को कच्चे तेल के दाम मामूली कटौती भी देखने को मिली है.

वहीं दूसरी ओर भारत में 15 मार्च को पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती के बाद 16 मार्च को फ्यूल के दाम में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. देश के चारों महानगरों में पेट्रोल और डीजल के दाम वो ही लागू रहेंगे, जो शुक्रवार को थे. सरकार ने करीब दो सालों के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती का ऐलान किया था. इससे पहले ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की ओर से पेट्रोल और डीजल की कीमत में अप्रैल 2022 से कोई बदलाव नहीं किया था.

जबकि सरकार ने मई 2022 के बाद टैक्स में कोई कटौती नहीं की थी. ऐसे में उम्मीद की जा रही थी चुनाव से पहले सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती का ऐलान कर सकती है. वैसे जानकारों का यहां तक कहना है कि चुनाव से पहले फ्यूल की कीमत में 3 से 5 रुपए प्रति लीटर की कटौती देखने को मिल सकती है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर इंटरनेशनल मार्केट में पेट्रोल और डीजल के दाम कितने हो गए हैं और देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की की कीमत कितनी हो गई हैं?

इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम

नवंबर के बाद पहली बार 85 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को तेल की कीमतों में गिरावट आई. अगर बात पूरे हफ्ते की करें तो अमेरिकी अमेरिकी रिफाइनरों की बढ़ती मांग के कारण सप्ताह के दौरान कीमतों में 3 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला. शुक्रवार को खाड़ी देशों का कच्चा तेल यानी ब्रेंट क्रूड ऑय की कीमत में 0.09% गिरकर 85.34 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ. वहीं दूसरी ओर अमेरिकी कच्चे तेल यानी यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड 22 सेंट या 0.27% गिरकर 81.09 डॉलर पर आ गया.

प्राइस फ्यूचर्स ग्रुप के विश्लेषक फिल फ्लिन ने कहा, मोटर फ्यूल के लिए सप्लाई लगातार कम हो रही है. कीमतों और ज्यादा होने का ख़तरा है. फ्लिन ने आगे कहा कि अमेरिका में अभी भी महंगाई दर 2 फीसदी से ज्यादा बनी हुई है. जिसकी वजह से अमेरिकी अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती नहीं कर पाएगा. ब्याज दरों में कटौती को अमेरिका में मांग वृद्धि के अवसर के रूप में देखा जाता है. अगर ब्याज दरों में कटौती नहीं होगी तो कच्चे तेल की कीमत में दबाव भी देखने को मिल सकता है.

इस साल बढ़ेगी डिमांड

पिछले महीने के अधिकांश समय में कीमतें लगभग 80 से 84 डॉलर प्रति बैरल के बीच सीमित रहीं. फिर अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने गुरुवार को नवंबर के बाद से चौथी बार 2024 तेल की मांग पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हौथी हमलों ने लाल सागर शिपिंग को फिर से बाधित कर दिया है. आईईए ने अपनी फ्रेश रिपोर्ट में कहा कि 2024 में विश्व तेल की मांग 1.3 मिलियन बीपीडी बढ़ जाएगी, जो पिछले महीने से 110,000 बीपीडी अधिक है.

इस वर्ष सप्लाई में मामूली कमी का अनुमान लगाया गया है. ओपेक+ सदस्यों ने पहले ही सरप्लस का अनुमान लगाते हुए अपने उत्पादन में कटौती जारी रखी है. रूसी तेल रिफाइनरियों पर यूक्रेनी हमलों से भी कीमतों को सपोर्ट मिला, जिसके कारण रोसनेफ्ट की सबसे बड़ी रिफाइनरी में आग लग गई, जो हाल के महीनों में रूस के ऊर्जा क्षेत्र के खिलाफ सबसे गंभीर हमलों में से एक है.

नहीं बदले पेट्रोल और डीजल के दाम

देश के चारों महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने नहीं मिला है. 16 मार्च को वो ही दाम लागू रहेंगे जो दो रुपए की कटौती के बाद 15 मार्च को थे. उससे पहले सरकार ने देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2 रुपए की कटौती का ऐलान किया था. खास बात तो ये है कि ये कटौती पेट्रोलियम मंत्री के उस बयान के कुछ दिन बाद की गई, जिसमें उन्होंने कहा ​था कि​ इंटरनेशनल माहौल ठीक नहीं है. लाल सागर में हमलों की वजह से लॉजिस्टिक और इंश्योरेंस कॉस्ट बढ़ गया है. खास बात तो ये है कि देश की पेट्रोलियम कंपनियां अभी भी नुकसान में है.

मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों के आंकड़ों पर गौर करें तो देश की तीनों सरकारी ऑयल कंपनियों को 69 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का मुनाफा हुआ था. जानकारों का मानना है कि पूरे वित्त वर्ष में यह मुनाफा बढ़कर 85 हजार करोड़ से 90 हजार करोड़ रुपए तक बढ़ सकता है. आज तक सरकारी ऑयल कंपनियों को किसी वित्त वर्ष में इतना बड़ा मुनाफा कभी नहीं हुआ है.

देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम

  1. नई दिल्ली: पेट्रोल रेट: 94.72 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.62 रुपए प्रति लीटर
  2. कोलकाता: पेट्रोल रेट: 103.94 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 90.76 रुपए प्रति लीटर
  3. मुंबई: पेट्रोल रेट: 104.21 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.15 रुपए प्रति लीटर
  4. चेन्नई: पेट्रोल रेट: 100.75 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.34 रुपए प्रति लीटर
  5. बेंगलुरु: पेट्रोल रेट: 99.84 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 85.83 रुपए प्रति लीटर
  6. चंडीगढ़: पेट्रोल रेट: 94.24 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 82.40 रुपए प्रति लीटर
  7. गुरुग्राम: पेट्रोल रेट: 95.19 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 88.05 रुपए प्रति लीटर
  8. लखनऊ: पेट्रोल रेट: 94.65 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.76 रुपए प्रति लीटर
  9. नोएडा: पेट्रोल रेट: 94.83 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.96 रुपए प्रति लीटर

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