आईएसएल 2024-25 में युवा खिलाड़ियों ने बिखेरी चमक
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (हि.स.)। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सीजन 11 का रोमांच जारी है और नई पीढ़ी के फुटबॉलर अपनी छाप छोड़ कर सुर्खियां बटोर रहे हैं। आईएसएल में शुरुआती चार मैचवीक का खेल पूरा हो चुके हैं। इस दौरान युवा प्रतिभाओं ने मैदान पर अपने प्रदर्शन से प्रशंसकों, कोचों और पंडितों को हैरान कर दिया है। इस दौरान जिन खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया हैं, आइये उन पर एक नजर डालते हैं-
विनीत वेंकटेश (बेंगलुरू एफसी)
बेंगलुरू एफसी अकादमी के प्रोडक्ट विनीत वेंकटेश ने इस सीजन में अपने आईएसएल करियर का आगाज किया और ब्लूज की सफलता में अहम योगदान दिया है। विनीत ने लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए चार मैचों में एक गोल और एक में असिस्ट किया है। उन्होंने 75% की सटीकता से प्रति मैच 17 पास किए हैं, 13 द्वंद जीते है और दो ड्रिबल पूरे किए हैं। वह आईएसएल इतिहास में अपने शुरुआती दो मैचों में से प्रत्येक में गोल योगदान देने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं।
डेविड लालहलानसांगा हमार (ईस्ट बंगाल एफसी)
ईस्ट बंगाल एफसी के 22 वर्षीय डेविड लालहलानसांगा हमार अब तक तीन मैचों में सिर्फ 43 मिनट में खेलने का अवसर मिला है, लेकिन वह अपने अवसरों को भुनाकर एफसी गोवा के खिलाफ गोल करने में सफल रहे। इससे वह आईएसएल में ईस्ट बंगाल के लिए गोल करने वाले पांचवें सबसे युवा स्कोरर (22 वर्ष और 305 दिन) बन गए।
मोहम्मद ऐमेन (केरल ब्लास्टर्स एफसी)
केरला ब्लास्टर्स एफसी के मिडफील्डर ने चार मैचों में दो गोल में सहायता प्रदान की हैं। उन्होंने 84% सटीकता के साथ प्रति मैच नौ पास किए हैं, एक इंटरसेप्शन किया, तीन द्वंद जीते और पांच रिकवरी की है। ऐमेन का शानदार प्रदर्शन जारी है, 2024 में उनके द्वारा दी गई चार गोल में सहायता केरला ब्लास्टर्स के भारतीय खिलाड़ियों के बीच एक कैलेंडर वर्ष में सबसे अधिक हैं।
पीएन नौफल (मुंबई सिटी एफसी)
मुम्बई सिटी एफसी के पीएन नौफल ने मोहन बागान सुपर जायंट के खिलाफ सीजन के पहले मैच में सहायता प्रदान की थी। 23 साल और 319 दिन की उम्र में ऐसा करके सबसे युवा खिलाड़ी थे। नौफल ने मैदान पर 69% सटीकता के साथ प्रति मैच 13 पास किए, तीन गोल स्कोरिंग मौके बनाए और दो रिकवरी भी की।
आयुष देव छेत्री (एफसी गोवा)
आयुष देव छेत्री तीन मैचों में 117 मिनट खेलने का समय मिला है। इस दौरान उन्होंने तीन द्वंद जीते हैं और छह बार रिकवरी की है। छेत्री ने 4 अक्टूबर 2024 को नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी के खिलाफ अपना पहला आईएसएल असिस्ट प्रदान किया। इसके साथ ही वह 21 साल 171 दिन की उम्र में असिस्ट देने वाले एफसी गोवा के तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने।
निखिल प्रभु (पंजाब एफसी)
पंजाब एफसी के डिफेंड निखिल को अब तक अपने तीनों मैचों में हर मिनट खेलने को मिला है। 24 वर्षीय निखिल प्रभु ने सितंबर में हैदराबाद एफसी के खिलाफ मैच में 80% सटीकता के साथ 38 पास दिए हैं और 19 द्वंद में लड़े-भिड़े, जो इस सीजन में संयुक्त रूप से तीसरा सबसे अधिक आंकड़ा है।
लालरिनलियाना नामटे (चेन्नइयन एफसी)
चेन्नइयन एफसी के मिडफील्डर ने आईएसएल में अपने प्रभावशाली प्रदर्शन के दम पर भारतीय राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई है। उन्होंने तीन खेलों में औसतन 73% सटीकता के साथ 20 पास दिए, एक गोल स्कोरिंग अवसर बनाया, दो सफल ड्रिबल पूरे किए, 12 रिकवरी की और 16 हवाई द्वंद जीते हैं। वह मरीना माचांस के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में उभरे।
दिप्पेंदु बिस्वास (मोहन बागान सुपर जायंट)
21 वर्षीय दिप्पेंदु बिस्वास ने नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी के खिलाफ 10वें मिनट में गोल किया, जो कि आईएसएल के इतिहास में मैरिनर्स की तरफ से किसी भारतीय द्वारा किया गया तीसरा सबसे तेज गोल था। यह इस सीजन में किसी भारतीय का दूसरा सबसे तेज गोल भी है। बिस्वास ने तीन मैचों में चार टैकल, आठ द्वंद, आठ इंटरसेप्शन और 10 क्लीयरेंस किए हैं।
मोहम्मद सनन (जमशेदपुर एफसी)
पिछले सीजन में जमशेदपुर एफसी के लिए 20 मैच खेलने के बाद, मोहम्मद सनन रिलायंस फाउंडेशन यंग चैंप्स (आरएफवाईसी) के प्रोडक्ट रहे हैं। सनन ने इस सीजन में चारों मैच खेले हैं और विपक्षी बॉक्स में 11 टच और प्रति मैच औसतन 10 पास के साथ रेड माइनर्स के आक्रमण को धार दी है।
जितिन एमएस (नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी)
जितिन एमएस ने चार मैचों में सात गोल करने के मौके बनाए हैं और एक गोल में असिस्ट दिया है। जितिन ने 16 सितंबर को मोहम्मडन एससी के खिलाफ मैच में 21 द्वंद लड़े-भिड़े, जो कि इस आईएसएल सीजन के एक मैच में सबसे ज्यादा है। उन्होंने इनमें से 12 द्वंद जीते, जो इस सीजन के किसी एक मैच में तीसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है।
अभी मौजूदा सीजन का एक बड़ा हिस्सा खेला जाना है, इसलिए उपरोक्त खिलाड़ियों और अन्य उभरते हुए युवाओं के पास आईएसएल 2024-25 में अपनी छाप छोड़ने के भरपूर अवसर हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे