Latest News: हरियाणा समेत इन राज्यों को मिल सकते हैं नए राज्यपाल, किन बीजेपी नेताओं की चमकेगी किस्मत!

Haryana Update: आपको बता दें, की देश के 9 प्रदेश ऐसे हैं जहां के महामहीम राज्यपालों का कार्यकाल जुलाई से सितंबर के मध्य में खत्म होने वाला है। लोकसभा चुनाव के बाद अब नेताओं की निगाहें राज्यपाल की गद्दी पर टिकी हैं, ऐसे में अटकलें तेज हैं कि बीजेपी ने जिन वरिष्ठ नेताओं को लोकसभा में मैदान में नहीं उतारा उन्हें राज्यपाल का पद सौंप सकती है। 

आपको बता दें कि यूपी आनंदी बेन पटेल, राजस्थान में कलराज मिश्र, गुजरात में आचार्य देवव्रत, केरल में आरिफ मोहम्मद खान, हरियाणा में बंडारू दत्तात्रेय, महाराष्ट्र में रमेश बैस, मणिपुर में अनुसुइया उइके, मेघालय में फागू चौहान और पंजाब में बनवारी लाल पुरोहित का राज्यपाल के पद पर कार्यकाल समाप्त होने वाला है। 

इस रेस में कई नेताओं के नाम की चर्चा हो रही है. लेकिन लोकसभा के नतीजों के ऐलान के साथ ही बीजेपी के लिए राज्यपाल की नियुक्ति भी टेढ़ी खीर बन चुकी है।  क्योंकि सहयोगी दलों को साथ लिए बिना भाजपा इस पर निर्णय नहीं ले सकती। सरकार का संतुलन बनाए रखने के लिए राज्यपाल के कुछ पद बीजेपी को एनडीए के सहयोगी दलों को भी देने होंगे। 

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इनका राज्यपाल बनना तय?
आपको बता दें कि सबसे पहला नाम चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस का है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने चिराग के समर्थन के लिए पशुपति पारस के साथ कई बैठक की थी। पहले तो वे चिराग का साथ देने के लिए राजी नहीं हुए थे लेकिन बाद में उन्होंने चिराग का पूरा साथ दिया और इसका नतीजा भी अच्छा रहा,  चिराग और उनके उम्मीदवारों में 5 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की. ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि बीजेपी पशुपति पारस को राज्यपाल बना सकती है। 

बीजेपी के अन्य नेताओं की बात करें तो बीजेपी ने बिहार में अश्विनी चौबे को लोकसभा टिकट नहीं दिया था, यूपी में वीके सिंह ने लोकसभा चुनाव का उम्मीदवार घोषित होने से पहले ही चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी थी, ऐसे ही दिल्ली में डॉ. हर्षवर्धन सिंह को बीजेपी ने चुनावी मैदान में नहीं उतारा था. इन नेताओं के साथ बीजेपी लोकसभा चुनाव में हारे उम्मीदवारों को भी राज्यपाल का पद सौंप सकती है। 

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