Rajasthan News: राजस्थान की बेटियों की हुई मौज, भजनलाल सरकार ने इन जिलों के लिए इस योजना को दी हरी झंडी

Haryana Update: राज्य सरकार ने अब राजस्थान के 35 जिलों में उजाला क्लीनिक खोलने को मंजूरी दी है, जिससे किशोरियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। इन उजाला क्लीनिकों की शुरुआत लोकसभा चुनाव आचार संहिता हटते ही होगी। जिला, उप-जिला, सीएचसी और पीएचसी स्तरों पर यह कार्य किया जाएगा। उद्देश्य किशोर लड़कियों को पोषण, यौन और प्रजनन स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, नशीली दवाओं की लत, गैर-संचारी रोगों, चोटों और दुर्घटनाओं से निपटने के बारे में जानकारी देना है। 10 से 19 वर्ष की उम्र की किशोरियों को समुदाय आधारित बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। CMCHO ने श्रीगंगानगर, सूरतगढ़, करणपुर, पदमपुर, सादुलशहर और केसरी सिंहपुर में जिला अस्पताल चुना है।

प्रत्येक जिले में छह अस्पताल होंगे।
2024 के बांसवाड़ा लोकसभा चुनाव परिणाम: राजकुमार रोत ने बांसवाड़ा लोकसभा चुनाव में जीत के बाद अपनी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि भाजपा का कदम—छवि बांसवाड़ा लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अनुसार, राजकुमार रोत ने बांसवाड़ा की जीत पर खुशी व्यक्त की और कहा कि भाजपा ने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम का विस्तार किया है और राज्य के 35 जिलों में उजाला क्लिनिक को मंजूरी दी है। प्रत्येक जिले में छह अस्पताल होंगे। इनमें से एक जिला मुख्यालयों में खोला जाएगा, जबकि पांच चिकित्सा केन्द्रों में होंगे। सरकार ने सूची की मांग की है। अजमेर, अलवर, अनूपगढ़, ब्यावर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चित्तौड़गढ़, चुरू, दौसा, डिडवाना-कुचामन, डीग, डूडू, गंगापुर सिटी, जयपुर I, जयपुर II, झालावाड़, झुंझुनू, जोधपुर ग्रामीण, जोधपुर शहरी, केकरी, खैरथल तिजारा, कोटा, कोटपुतली-बहरोर, नागौर, नीम का थाना, पाली

उजाला कक्ष में किशोर लड़कियों से संबंधित पत्रिकाएं, चार्ट, खेल और किताबें होनी चाहिए। यह अध्ययन किशोर लड़कियों (जैसे चंपक, चाचा चौधरी, नंदन और बल्हंस) से संबंधित पत्रिकाओं पर केंद्रित होगा। सरकार का मानना है कि किशोर लड़कियों को ऐसे क्लीनिकों में बौद्धिक रूप से सशक्त बनाया जाना चाहिए।

RCH को उजाला क्लिनिक खोलने के लिए नामों की सूची भेजी गई है। हम कार्ययोजना का पालन करेंगे। इसमें मुख्य रूप से ऐसे स्थानों का चयन किया गया है जहां संसाधन पर्याप्त हैं और अधिक रोगियों की आवाजाही होती है।

डॉ. अजय सिंगला, सीएमएचओ श्रीगंगानगर, को स्थान बताना होगा जहां किशोर स्वास्थ्य परामर्शदाता कार्य करेगा और मोबाइल नंबर बताना होगा। आवश्यकतानुसार एमओ, एनएम और एलएचवी उपलब्ध होंगे। कमरे के बाहर उनके नाम और मोबाइल नंबर लिखे होने चाहिए। किशोरियों को पीने का पानी देने के लिए अलग से बजट दिया गया है।

उजाला केंद्र भी सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक खुला रहेगा। जिला अस्पताल, उप-जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रकाश केंद्र हर दिन सुबह 9 बजे से 4 बजे तक सेवा देंगे। चिकित्सा अधिकारी उजाला केंद्र में दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक दो घंटे के लिए किशोर लड़कियों की काउंसलिंग करेंगे। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर, एनएम या एलएचवी सप्ताह में एक बार दो घंटे के लिए परामर्श देंगे। काउंसलर एक पीएचसी उजाला क्लिनिक महीने में कम से कम एक बार संचालित करेंगे।

Similar Posts