इस समय पर सपने देखने से होते है सच
Kis Shame Sapne Hote Sach (Haryana Update) : स्वप्न शास्त्र के अनुसार सपनों का व्यक्ति के निजी जीवन से गहरा संबंध होता है। कई बार लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या हम दोपहर में जो सपना देख रहे हैं वह सच होगा? दिन में देखे गए सपने का क्या मतलब होगा? क्या इसका हम पर असर हो सकता है या नहीं? मन में कई सवाल आ सकते हैं. कई बार हम अनुभव करते हैं कि रात और सुबह देखे गए सपने सच होते हैं। कई मान्यताओं के अनुसार दोपहर में देखे गए सपने सच होते हैं, जबकि स्वप्न शास्त्र के अनुसार सपने के सच होने की संभावना उसके समय पर निर्भर करती है। इसके बारे में विस्तार से जानेंगे दिल्ली निवासी ज्योतिष पंडित आलोक पंड्या से।
स्वप्न शास्त्र क्या कहता है?
स्वप्न शास्त्र में कहा गया है कि समय के अनुसार सपनों के सच होने की संभावना बढ़ जाती है। कई बार ऐसा भी होता है कि हमें जो सपने आते हैं वे विचारों पर आधारित होते हैं। स्वप्न शास्त्र के अनुसार रात 10:00 बजे से 12:00 बजे के बीच देखे गए सपनों का कोई फल नहीं होता है। ये सपने आमतौर पर दिन के दौरान घटी घटनाओं पर आधारित होते हैं। इसके अलावा दिन में या दोपहर में देखे गए सपने भी सच नहीं होते हैं।
कौन से सपने सच होते हैं?
स्वप्न शास्त्र के अनुसार हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त को बहुत ही पवित्र समय माना जाता है। इस समय की गई पूजा से हमें लाभ मिलता है। साथ ही ब्रह्म मुहूर्त यानी सुबह 03 बजे से 05 बजे के बीच देखे गए सपनों के सच होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। स्वप्न शास्त्र में यह भी कहा गया है कि ये सपने 1 से 6 महीने के बीच सच हो सकते हैं।
ब्रह्म मुहूर्त के सपने क्यों सच होते हैं?
स्वप्न शास्त्र में कहा गया है कि सुबह के समय व्यक्ति अपनी आत्मा से सबसे ज्यादा जुड़ा होता है। इस दौरान दैवीय शक्तियों का प्रभाव भी अधिक होता है, जिसका प्रभाव हर प्राणी पर पड़ता है, इसलिए इस दौरान देखे गए सपने व्यक्ति के भविष्य पर भी प्रभाव डालते हैं, जिससे सपनों के सच होने की संभावना बढ़ जाती है।