तपती गर्मी में बिजली बिल ने छुड़ाए छक्के

Haryana Update: इसकी एक वजह घरों में लगा एयरकंडीशनर भी है। हालांकि कई लोगों की शिकायत है कि जो एसी दिन भर में 9 घंटे चलने के बाद नॉर्मल मीटर में प्रति घंटे 1.5 यूनिट की खपत करता था, वही खपत स्मार्ट मीटर के हिसाब से 2 से 2.5 यूनिट प्रति घंटे हो गई है। 

अप्रैल में भीषण गर्मी भी बनी रिकॉर्ड खपत की वजह-
इस साल अप्रैल में सूर्यदेव ने लोगों के छक्के छुड़ा रखे हैं। सुबह 10 बजते ही माहौल दोपहर जैसा हो जा रहा है। सिर्फ एक दिन की बात करें तो आंकड़े चौंकाने वाले हैं। इसी 16 अप्रैल को सूबे में 6,830 मेगावाट बिजली की खपत रिकॉर्ड की गई। ये खपत रात 8.30 से 9 बजे के बीच हुई। 

अकेले रात में ही बिजली की गजब खपत-
प्रतिदिन 8 बजे रात से रात के 2 बजे तक 6600 मेगावाट से 6800 मेगावाट तक बिजली का कंजम्पशन हो रहा है। वैसे तो बिहार को केंद्रीय प्रक्षेत्र से जरूरत के हिसाब से बिजली मिल रही है। हालांकि, किसी दिन एक या दो यूनिट बंद होने पर कंपनियों को बाजार से बिजली खरीदनी पड़ती है। 

गर्मी के साथ बिजली खपत ने छुड़ाए पसीने-
कंपनी के अधिकारी बताते हैं कि अभी हर दिन औसत रूप से करीब 6,700 से 6,800 मेगावाट बिजली की खपत हो रही है। एक स्थानीय अखबार के अनुसार बिजली विभाग के अफसरों के मुताबिक पहले पीक आवर शाम के 7 बजे से रात 11 बजे तक होता था। पीक आवर यानी वो घंटे जब बिजली की खपत ज्यादा होती है। लेकिन अब पीक आवर रात 8 बजे से शुरू हो रहा है।

 

Similar Posts