गेहूं खरीद में सबसे आगे निकला हरियाणा
Haryana Update: दूसरी ओर देश के सबसे बड़े गेहूं उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में अब तक सिर्फ 3,24,000 मीट्रिक टन गेहूं ही खरीदा जा सका है। उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में ओपन मार्केट में गेहूं का दाम एमएसपी से ज्यादा होने की वजह से लोग सरकारी खरीद केंद्रों पर किसान गेहूं बेचने से परहेज कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश को 60 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य मिला है। ऐसे में यह अभी भी लक्ष्य से बहुत पीछे है।
ये है सबसे कम गेहूं खरीद वाले सूबे
जानकारी के लिए बता दें कि बिहार में अब तक सिर्फ 3310 मीट्रिक टन गेहूं खरीद गया है, झबकी सरकार ने 2 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य दिया है। उत्तराखंड में 102 टन की खरीद हुई है, जबकि 50 हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य है।
वहीं राजस्थान में 20 लाख टन का लक्ष्य है, जबकि अब तक महज 1 लाख 34 हजार मीट्रिक टन की ही खरीद हो सकी है। हिमाचल प्रदेश में सिर्फ 193 मीट्रिक टन की खरीद हो पाई है। फिलहाल, सरकार को उम्मीद है कि इस साल कई राज्य अपने खरीद लक्ष्य को पूरा करेंगे। पिछले साल एक भी राज्य अपने तय टारगेट जितना गेहूं नहीं खरीद पाया था।
इस साल भी गेहूं का दाम एमएसपी से ज्यादा चल रहा है, इसलिए बड़ा सवाल यह है कि क्या सरकार अपना खरीद का लक्ष्य पूरा कर पाएगी। सरकार ने 37.29 मिलियन टन (372.9 लाख टन) गेहूं खरीदने का टारगेट रखा है।