RBI की दुनिया में आखिर क्यों हो रही तारीफ? अब लंदन से मिला ये अवार्ड
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) देश में बैंकिंग सेक्टर के रेग्युलेशन का काम करता है. इसी के साथ देश में महंगाई को कंट्रोल करने की जिम्मेदारी भी उसी पर है. अपने इसी कामकाज के दौरान वह कई ऐसे स्टेप्स उठाता है, जो दुनिया के अन्य केंद्रीय बैंकों के लिए नजीर बनते हैं. तभी तो अब उसके कामों की चर्चा दुनियाभर में हो रही है और अब उसे सेंट्रल बैंकिंग लंदन से एक प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है.
दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों के संगठन सेंट्रल बैंकिंग लंदन ने आरबीआई को 2024 के बेस्ट रिस्क मैनेजर के तौर पर पहचाना है. इसलिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा गया है. लंदन में हाल में सेंट्रल बैंकिंग अवार्ड्स 2024 का आ योजन किया गया, जहां आरबीआई को ‘रिस्क मैनेजर अवार्ड’ दिया गया.
RBI के इस काम की हुई सराहना
भारतीय रिजर्व बैंक ने ट्विटर पर एक पोस्ट में लिखा है, ” आरबीआई ने अपने पूरे ऑर्गनाइजेशन में एक नया एंटरप्राइज-वाइड रिस्क मैनेजमेंट (ईआरएम) फ्रेमवर्क लागू किया है. इसकी बदौलत उसे सेंट्रल बैंकिंग अवार्ड्स 2024 में रिस्क मैनेजर अवार्ड से नवाजा गया है.”
Reserve Bank of India has been selected for the Risk Manager Award by Central Banking, London, as part of Central Banking Awards 2024, for rolling out a new enterprise-wide risk management (ERM) framework across the organization.
More information at https://t.co/eB4bcGXZtG
— ReserveBankOfIndia (@RBI) March 15, 2024
आरबीआई के तहत करीब 12,000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं. ऐसे में इतने बड़े ऑर्गनाइजेशन में नया ईआरएम सिस्टम लाना आसान काम नही होता है. आरबीआई को इस अवार्ड से नवाजते वक्त सेंट्रल बैंकिंग लंदन की ओरे से एक बयान में उसकी तारीफ में कहा गया है. आरबीआई ने आखिरी बार 2012 में ईआरएम ढांचा लागू किया गया था. इसलिए इसे अब दोबारा तैयार करना जरूरी हो गया था.
RBI के पास बड़ी जिम्मेदारियां
आरबीआई के पास 140 करोड़ की आबादी वाले भारत के बैंकिंग सिस्टम के रेग्युलेशन की जिम्मेदारी तो ही है. साथ ही ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखते हुए वह समय- समय पर कड़े फैसले लेता है. बैंकों में रिस्क होने की खबर लगते ही आरबीआई बैंकों में जमा और निकासी को बंद कर देता है. देश के डिपॉजिटर्स के हित को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक सुनिश्चित करता है कि लोगों को उनकी 5 लाख तक की जमा रकम वापस मिल जाए.