पानी पर तैरते भारी जहाज आखिर क्यों नहीं डूबते, जानें इसके पीछे का राज
Haryana Update, Facts About Ships : पानी में तैरते भारी भरकम जहाज के न डूबने का कारण आर्किमिडीज का प्रिंसिपल है। लेकिन नीचे कुछ स्थितियां बताई गई हैं, जिनमें जहाज डूब सकता है।
Facts About Ships : क्यों नावों को जल में गिरना नहीं चाहिए? पानी में छोटा पत्थर भी डूब जाता है। दरअसल, पानी में तैरते भारी भरकम जहाज के न डूबने के पीछे आर्किमिडीज का प्रिंसिपल जिम्मेदार है। प्रिंसिपल कहता है कि किसी चीज पर लगने वाला उत्प्लावन बल (Buoyant Force) उसके द्वारा डिसप्लेस किए गए लिक्विड के भार के बराबर होता है।
जहाज, भारी होने के बावजूद, पानी को प्रवाहित करता है। जहाज का पतला शरीर और हवा से भरे हुए डिब्बे उसे पानी में तैरने में मदद करते हैं। जहाज अपने भार के बराबर पानी को डिसप्लेस करता है जब वह पानी में तैरता है। जहाज को डिसप्लेस्ड पानी का भार डूबने से बचाता है।
इसके अलावा, जहाजों को पानी में तैरने के लिए विशेष रूप से बनाया जाता है। दरअसल, जहाज का आगे का पतला ढांचा पानी को आसानी से चीरकर आगे बढ़ता है, जिससे पानी का प्रतिरोध कम होता है।
वहीं, हवा से भरे हुए डिब्बे जहाज की एवरेज डेंसिटी कम करते हैं। जहाज की एवरेज डेंसिटी कम होने के कारण वह पानी में तैरता रहता है।
लेकिन जहाज डूब सकता है कुछ परिस्थितियों में भी, जैसे:
जहाज में नुकसान: पानी जहाज के अंदर घुस सकता है, जिससे वह डूब सकता है।
अत्यधिक बोझ: जहाज डूब सकता है अगर वह अपनी क्षमता से अधिक भार उठाता है।
लहर: जहाज को तूफान के दौरान तेज हवाएं और ऊंची लहरें डुबो सकती हैं।
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