दशक के अंत तक दोगुनी हो जाएंगी भारत की ऊर्जा जरूरतें : मुकेश अंबानी
कहा- 2047 तक 40 लाख करोड़ यूएस डॉलर की होगी भारतीय अर्थव्यवस्था
गांधीनगर/नई दिल्ली, 02 दिसंबर (हि.स.)। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) प्रमुख मुकेश अंबानी ने शनिवार को कहा कि आर्थिक वृद्धि में अभूतपूर्व तेजी के साथ देश की ऊर्जा जरूरतें मौजूदा दशक के अंत तक दोगुनी हो जाएंगी। अंबानी ने पंडित दीनदयाल उर्जा विश्वविद्यालय (पीडीईयू) के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुकेश अंबानी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2047 तक मौजूदा 3.5 ट्रिलियल अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 40 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस विकास को गति देने के लिए भारी मात्रा में (स्वच्छ, हरित उर्जा) उर्जा की जरूरत होगी। देश के सबसे अमीर कारोबारी ने कहा कि भारत की उर्जा जरूरत इस दशक के अंत तक दोगुनी होने वाली है।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगले 25 साल में भारत अभूतपूर्व आर्थिक वृद्धि का गवाह बनेगा। अंबानी ने कहा कि स्वच्छ, हरित एवं टिकाऊ भविष्य के सपने को वास्तविकता में बदलना एक कठिन, लेकिन महत्वपूर्ण काम है। उन्होंने इस संबंध में समाधान खोजने के लिए युवाओं से उम्मीद जताते हुए कहा कि वे एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए महत्वपूर्ण ऊर्जा समाधान तैयार करेंगे।
मुकेश अंबानी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वे निडर रहें और अपनी क्षमताओं तथा कौशल पर भरोसा कभी न खोएं। गौरतलब है कि भारत वर्तमान में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर/प्रभात